हिमाचल: डिप्रेशन में चली गई 5वीं कक्षा की छात्रा, स्कूल प्रबंधन करता था प्रताड़ित

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हिमाचल: डिप्रेशन में चली गई 5वीं कक्षा की छात्रा, स्कूल प्रबंधन करता था प्रताड़ित

शिमला। हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला से एक बड़ा ही हैरान करने वाला मामला सामने आया है। दरअसल, आईवी स्कूल के पांचवीं कक्षा में पढने वाली छात्रा को उक्त स्कूल के प्रबंधक ने वार्षिक फंड की अदायगी न करने पर इतना प्रताड़ित किया कि वह मानसिक तनाव में चली गई। अब स्थित कुछ यूं हो गई है कि पीडिता छात्रा को आईजीएमसी अस्पताल शिमला में उपचार दिया गया। 


इस पूरे मामले को लेकर  बच्ची के अभिभावकों ने यह सनसनीखेज आरोप लगाए हैं, जिसे लेकर जांच शुरू है। डीसी ने इस मामले की छानबीन के शिक्षा उपनिदेशक को निर्देश दिए हैं। वहीं, बच्ची का इलाज कर रहे डॉक्टर्स ने उसके अभिभावकों को हिदायत दी है कि वे बच्ची को अकेला न छोड़ें। मिली जानकारी के अनुसार 10 साल की इस बच्ची के अभिभावक स्कूल का वार्षिक फंड जमा नहीं कर पाए हैं। 

रात में घबराकर उठ खड़ी होती है मासूम 


पीडिता बच्ची के पिता किशन ने बताया कि उनकी बेटी रात को घबराकर उठ खड़ी होती है। चिकित्सकों ने बच्ची के तनाव में चले जाने की बात कही है। उन्होंने आरोप लगाया कि वार्षिक फंड न चुकाने पर उनकी बच्ची को प्रताड़ित किया गया। छात्रा ने बताया कि 19 मार्च को गणित की परीक्षा थी। उसे परीक्षा हॉल में 20 मिनट देरी से प्रश्नपत्र दिया। पेपर पूरा करने के बाद उसे साढ़े नौ से साढ़े 11 बजे तक अलग कमरे में बिठाया। प्रधानाचार्य ने वार्षिक फंड चुकाने पर ही अन्य बच्चों के साथ बिठाने की बात कही। 


बच्ची की माता का कहना है कि बच्ची उस दिन रोती हुई घर आई। बच्ची के पिता ने 20 मार्च को इसकी डीसी और शिक्षा उपनिदेशक को लिखित शिकायत दी थी। 22 मार्च को उन्हें डीसी ने दफ्तर बुलाया था, जहां उपनिदेशक के समक्ष सारी घटना बताई। इसके बावजूद स्कूल प्रबंधन पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। अब डीसी आदित्य नेगी ने कहा कि अभिभावक शिकायत लेकर आए थे। इसके बाद उपनिदेशक उच्च शिक्षा को बुलाकर पूरी छानबीन करने के निर्देश दिए हैं।

यहां पढ़ें स्कूल प्रबंधन का पक्ष 

वहीं, इस पूरे मामले को लेकर आईवी स्कूल के प्रबंधक विशाल चौहान का कहना है कि षड्यंत्र के तहत यह बच्ची का इस्तेमाल कर सहानुभूति पाने का प्रयास है। डीसी के सामने वह अपना पक्ष रख चुके हैं कि सरकार के आदेशों के अनुसार ही फीस मांगी है। 

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