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यह बंदर डीसी कार्यालय के पास डेरा जमाए हुए था। यहां से गुजरने वाले लोगों के कंधे पर चढ़ जाता और चश्मा उतारकर भाग जाता। जब तक इसे खाने-पीने की चीजें न दी जातीं, यह तब तक चश्मा नहीं छोड़ता था। लोगों ने वन्य जीव विभाग को इसकी शिकायत की। रेंज अफसर प्रमोद गुप्ता की अगुवाई वाली टीम जब मौके पर पहुंची तो इस बंदर को पकड़ने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी।
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कई घंटे तक कर्मचारी इसे आइसक्रीम से लेकर नमकीन, बिस्किट तक के पैकेट खाने के लिए देते रहे, लेकिन यह छत से नहीं उतरा। अंत में विभाग ने ट्रैंक्यूलाइजर गन से इसे बेहोश कर पकड़ा। अब इसे टूटीकंडी स्थित चिड़ियाघर में रखा है। नसबंदी और कुछ दिन निगरानी के बाद इसे वापस छोड़ा जाएगा। वन्यजीव विभाग के डीएफओ कृष्ण कुमार ने बताया कि लोगों की शिकायत पर इसे पकड़ा है। वन्यजीव विभाग का मानना है कि यह बंदर जाखू मंदिर क्षेत्र से यहां पहुंचा था।
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