हिमाचल के बेटे 22 वर्षीय एयरफ़ोर्स जवान का निधन: आखिर बार चेहरा भी नहीं देख पाएगी मां!

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हिमाचल के बेटे 22 वर्षीय एयरफ़ोर्स जवान का निधन: आखिर बार चेहरा भी नहीं देख पाएगी मां!

कांगड़ा। हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले से एक बुरी खबर सामने आ रही है। यहां स्थित देहरा के गांव करयाडा में इस वक्त शोक का माहौल है। दरअसल, इस गांव के लोगों ने इस महामारी के दौर में अपने 22 साल के जवान बेटे को जो खो दिया है। यहां का रहने वाला 22 वर्षीय अमन शर्मा एयर फोर्स में मेडिकल अटेंडेंट के पद पर तैनात था। उसकी पोस्टिंग चैन्नई में हो रखी थी, जहां पर वह मौत के समय कोविड वार्ड में अपनी सेवाएं दे रहा था। 

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इसी बीच अचानक से उसे साइलेंट हॉर्ट अटैक आया और जवान की जान चली गई। अब जवान बेटे की मौत की खबर सुनने के बाद उसकी मां का रो रोकर बुरा हाल है और वह अपने बेटे को आखिरी बार देखना चाहती है। मृतक जवान के परिजनों ने भी पीएम नरेंद्र मोदी से दुखियारी मां की फरियाद सुनने के लिए आग्रह तक किया है।

चेन्नई से शव हिमाचल लाने में है परेशानी, मां ने पहले पति अब बेटे को खोया 

वहीं, मृतक जवान अमन शर्मा के परिजन अपने बेटे को शहीद का दर्जा देने की मांग कर रहे हैं। उनकी मानें तो कोरोना महामारी से लड़ते हुए उनके बेटे की जान गई है। बता दें कि अमन के पिता की 8 साल पहले ही मौत हो चुकी है, वह भी बीएसएफ में अपनी सेवाएं दे चुके थे। 

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इसी तरह अमन का बड़ा भाई भी अब बीएसएफ में सेवाएं दे रहा है। इस घटना का पता चलने के बाद वह तुरंत फ्लाइट के जारी दिल्ली से चैन्नई एयर फोर्स हेडक्वॉर्टर पहुंच गया है, लेकिन कोविड-19 प्रोटोकॉल के तहत शव को चैन्नई से हिमाचल नहीं लाया जा सकता है। बताया जा रहा कि अगर सरकार द्वारा पीड़ित परिवार की फ़रियाद नहीं सुनी जाती है तो जवान का अंतिम संस्कार भी वहीं होगा।

ड्यूटी के दौरान गई जान, कुछ घंटे पहले की थी वीडियो कॉल 

परिजनों द्वारा बताया गया कि अमन शर्मा कोविड-19 पॉजिटिव मरीजों के उपचार में तैनात था। वहीं वह खुद भी कोरोना पॉजिटिव हुआ था और बीती रात को ही ड्यूटी के दौरान ही अमन को साइलेंट हार्ट अटैक हुआ और उसकी जान चली गई। 

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बतौर रिपोर्ट्स, अमन शर्मा बीते 30 अप्रैल को ही अपने देहरा स्थित घर में छुट्टी बिताकर डयूटी के लिए वापस चैन्नई को लौटा था। अमन शर्मा ने मौत से करीब 7 घंटे पहले अपनी मां सरोज कुमारी, चाचा अनू शर्मा, बुआ मन्जू शर्मा, दादा-दादी जगदीश चन्द शर्मा और सन्तोष कुमारी से करीब एक घंटे व्हाट्सएप वीडियो कॉल पर बात की थी।

एक माह पहले आया था घर

अमन शर्मा के चाचा अनू शर्मा और ताया रक्षपाल शर्मा ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि अमन शर्मा 30 अप्रैल को ही अपने घर करियाडा से छुट्टी काटकर वापस गया था। वहां, उसे कोरोना पॉजिटिव सैनिकों के उपचार में तैनात किया गया था। लेकिन रविवार रात करीब साढे 11 बजे अमन शर्मा वहां कोविड-19 वार्ड के मरीजों को दवाई व इंजेक्शन देने के बाद जैसे ही वापिस अपनी सीट पर बैठने के लिए वापिस आ रहा था तो अचानक उसे साईलेंट हार्ट अटैक आ गया। 

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उसके बाद वह जमीन पर गिर गया। इस दौरान डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सोमवार सुबह मृतक अमन शर्मा का कोविड टेस्ट किया गया जिसमें उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई। वहीं, जवान की मौत का पता चलने के बाद देहरा के विधायक होशियार सिंह मृतक जवान के पैतृक घर भी पहुंचे और उन्होंने परिजनों को ढांढस भी बंधाया। 

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होशियार सिंह ने कहा के परिजनों की मांग है कि उनके बेटे मृतक जवान अमन शर्मा के डेड बॉडी उसके पैतृक गांव लाई जाए। उसके बाद मैंने चेन्नई स्थित एयर फोर्स के बड़े अधिकारी से बात की तो उन्होंने कोविड प्रोटोकॉल का हवाला देते हुए डेड बॉडी को हिमाचल भेजने से मना कर दिया है। विधायक होशियार सिंह भी केंद्र सरकार से एयर फोर्स के जवान मृतक अमन शर्मा की डेड बॉडी को उसके पैतृक गांव भेजने की मांग कर रहे हैं।

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