हिमाचल में कोरोना रिपोर्ट का खेल: सुबह फोन पर बताया पॅाजिटिव, शाम को मैसेज में कर दिया नेगेटिव

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हिमाचल में कोरोना रिपोर्ट का खेल: सुबह फोन पर बताया पॅाजिटिव, शाम को मैसेज में कर दिया नेगेटिव

कांगड़ाः हिमाचल प्रदेश में बाते कुछ दिनों में कोरोना संक्रमण के मामलों में कमी देखने को मिली है। इसी बीच प्रदेश के कांगड़ा जिले के एक अस्पताल से बड़ी लापरवाही की खबर सामने आई है। 

जहां जिले के भवरना अस्पताल ने पहले तो महिला को फोन कर उसे कोरोना संक्रमित बताया, वहीं बाद में अस्पताल द्वारा भेज गए मैसेज में महिला को कोरोना नेगेटिव बताया दिया गया। जिस कारण परिजन इस असमंजस में पड़ गए कि किस रिपोर्ट को सच मानें तो किस को झूठ। 

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वहीं, अस्पताल में टेस्ट रिपोर्ट आने के बाद बरती जा रही लापरवाही के कारण अब लोग अस्पतालों में हो रहे कोरोना टेस्ट व इसकी रिपोर्ट पर सवाल उठाने लग पड़े हैं। 

बता दें कि यह मामला जिले की पंचायत सरोग के एक परिवार का है। जहां इस परिवार की एक बुजुर्ग महिला कुछ समय पहले कोरोना संक्रमित पाई गई थी। इसी दौरान जब महिला स्वस्थ हो गई, तो पंचायत प्रतिनिधियों ने बुजुर्ग महिला के परिवार के बाकी सदस्यों को भी कोरोना टेस्ट करवाने को कहा। 

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परिजन अपना कोरोना टेस्ट करवाने भवरना अस्पताल पहुंचे। जहां सबने अपना आरटीपीसीआर टेस्ट करवाया। इसी दौरान जब बीते बुधवार को टेस्ट की रिपोर्ट आई तो अस्पताल ने फोन कर परिवार में से एक महिला को कोरोना संक्रमित बताया और उनको होम आईसोलेट होने को कहा। 

साथ ही महिला को ये भी कहा गया की वे अपने इलाके की आशा वर्कर से मेडिकल किट भी ले लें। वहीं शाम के समय टेस्ट के संदर्भ में जब मैसेज आया तो उसमें महिला की रिपोर्ट नेगेटिव बताई गई। 

राज ही बना रह गया पॉजिटिव-निगेटिव का मसला 

अब परिजन इस असमंजस में थे कि सुबह फोन पर जो कहा गया उसको सच मानें या जो मैसेज में कहा गया है उसको सच मानें। मैसेज आने के बाद परिजनों ने उस नंबर पर दोबारा फोन कर ये चेक करना चाहा कि महिला कोरोना पॅाजिटिव है या नहीं, तो अस्पताल प्रशासन ने ये कह कर किनारा कर लिया की वे इसे दोबारा चेक कर बताएंगे। उसके बाद उन्होंने परिजनों को कहा कि वे सीएसआईआर की लैब में पता कर लें कि रिपोर्ट क्या है। 

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इस पूरे मामले में जब खंड के चिकित्सा अधिकारी डॅा डीएस दियोल से बात की गई तो उन्होंने बताया कि जो जिला रिपोर्ट शेयर होती है उस रिपोर्ट को और एसएमएस वाली रिपोर्ट को काउंटर चेक करना पड़ेगा कि जब हमारे पास उस महिला की रिपोर्ट आई तो उक्त महिला पॅाजिटिव थी या नहीं।

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