हिमाचल में कुदरत का कहर: कहीं 50 भेड़-बकरियों पर टूटी बिजली, कहीं बादल फटने से पसरा मलबा

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हिमाचल में कुदरत का कहर: कहीं 50 भेड़-बकरियों पर टूटी बिजली, कहीं बादल फटने से पसरा मलबा

शिमला। हिमाचल प्रदेश के कई जिलों में बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। कई स्थानों पर नुकसान होने का समाचार भी है। इसी कड़ी में भरमौर की तुन्द पंचायत की डूंडी धार पर बुधवार देर शाम आसमानी बिजली गिरी। इस दौरान 50 भेड़-बकरियों के मरने का समाचार है। 

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इसी तरह सोलन जिला के अर्की उपमंडल की ग्राम पंचायत माँगल के गांव कंधर में बादल फटने से भारी नुकसान हुआ है, जिसमें 3 गाड़ियां बह गई। बादल फटने से घरों के अंदर पानी चला गया, जिससे कई घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं। प्रभावित ग्रामीणों ने शासन व प्रशासन से नुकसान का आकलन कर प्रभावितों को राहत देने की मांग की है। 


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चंबा में दोपहर बाद हुई भारी बारिश के बीच मुगला नाला उफान पर आ गया। नाले में जलस्तर बढ़ने से कई वाहन मलबे में दब गए। कीचड़ और मलबा कई लोगों के घरों में घुस गया। इधर, कुल्लू की बंजार घाटी में तेज बारिश से बाह्य सराज को जोड़ने वाला औट-आनी-सैंज हाईवे-305 लारजी के पास पहाड़ी से मलबा आने से बंद हो गया।

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बिलासपुर में बारिश के साथ ओलावृष्टि हुई। मंडी में हल्की बूंदाबांदी हुई। प्रदेश के मैदानी जिलों ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर और कांगड़ा में गुरुवार से मौसम साफ रहने के आसार हैं। मध्य पर्वतीय जिलों शिमला, सोलन, सिरमौर, मंडी, कुल्लू, चंबा और उच्च पर्वतीय क्षेत्रों किन्नौर और लाहौल स्पीति में पांच जून तक मौसम खराब बना रहने का पूर्वानुमान है।

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