शिमला: हिमाचल प्रदेश में जारी मौसम के बिगड़े दौर के बीच सूबे में भारी बारिश और भूस्खलन होने के कई सारे मामले सामने आए हैं। ताजा अपडेट्स के अनुसार सूबे के जनजातीय जिले लाहुल-स्पीति की एक घाटी में बाढ़ और भूस्खलन के बीच बचाव और राहत कार्यों में जुटे सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के अधिकारी को अपनी जान गंवानी पड़ी है।
वहीं, दूसरी तरफ कुल्लू जिले में पहाड़ टूट कर गिर जाने की वजह से एक जवान को भी ड्यूटी के दौरान शहादत नसीब हुई है। तो आइये एक-एक कर जानते हैं दोनों ही मामलों के बारे में:
शहीद हुआ जवान:
ड्यूटी के दौरान अपनी जान गंवाने वाले जवान की पहचान रितेश पाल के रूप में हुई है। बताया गया कि वे वर्ष 2010 में सेना में भर्ती हुए थे। वह सेना की इंजीनियरिंग कोर में नायब थे। इन दिनों उनकी तैनाती हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले के मनाली में थी। शुक्रवार सुबह बारिश के कारण सड़क बाधित हो गई थी।
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वह अपने साथियों के साथ जेसीबी से सड़क ठीक करने में लगे थे। तभी भूस्खलन के कारण उनके ऊपर टूटकर पहाड़ गिर पड़ा। जिससे वह जेसीबी समेत गहरी खाई में गिर गए। इससे उनकी मौत हो गई। साथियों ने इसकी सूचना परिजनों को दी। उनकी मौत की खबर मिलते ही घर में कोहराम मच गया।
भूस्खलन की वजह से अधिकारी की गई जान:
दो यात्री वाहन फंसे:
वहीं, दूसरी तरफ 27 जुलाई, 2021 को हुई एक अन्य घटना में, भारी भूस्खलन के कारण अवरुद्ध किलर-टांडी सड़क की निकासी के लिए बीआरओ के एक अलग इंजीनियरिंग टास्क फोर्स को तैनात किया गया है। क्षेत्र में दो यात्री वाहन फंसे हुए हैं।
टीम ने पहले ही रास्ते में दो भूस्खलन को साफ कर दिया था, टीम ने स्लाइड जोन में फंसे नागरिकों के जीवन को बचाने के लिए देर रात निकासी अभियान चलाया।
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ऑपरेशन के दौरान, टीम के कुछ सदस्य, छह नागरिक और एक वाहन अचानक आई बाढ़ में बह गए। घटना में कनिष्ठ अभियंता राहुल कुमार की मौत हो गई, जबकि अन्य को बीआरओ कर्मियों ने बचा लिया।
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