शिमला। हिमाचल प्रदेश में पिछले महीने यानी कि अगस्त में बारिश ने खूब कहर बरपाया, जिसकी वजह से जान माल का काफी ज्यादा नुकसान भी हुआ। लेकिन चौंकाने वाली बात ये है कि इस बार अगस्त महीने में पिछले 12 सालों में सबसे कम बारिश हुई है।
अगस्त में 29 दिन बादल बरसे लेकिन प्रदेश में सामान्य से 44 फीसदी कम बारिश रिकॉर्ड हुई। इससे पहले अगस्त 2009 में सामान्य से 52 फीसदी कम बारिश हुई थी।
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मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार सभी 12 जिलों में वर्षा सामान्य से कम दर्ज की गई। बिलासपुर में सामान्य से 36 फीसदी कम, चम्बा में 64 फीसदी कम, हमीरपुर में 33 फीसदी कम, कांगड़ा में 45 फीसदी कम, किन्नौर में 31 फीसदी कम, कुल्लू में 40 फीसदी कम, लाहौल-स्पीति में 92 फीसदी कम, मंडी में पांच फीसदी कम, शिमला में 37 फीसदी कम, सिरमौर में 61 फीसदी कम, सोलन में 38 फीसदी कम और ऊना में 52 फीसदी कम बारिश दर्ज की गई है।
पांच जगह भूस्खलन, चार जगह आई बाढ़
प्रदेश में अगस्त के दौरान किन्नौर, कुल्लू, लाहौल स्पीति और सोलन में पांच जगह भूस्खलन की घटनाएं हुईं जबकि कुल्लू, किन्नौर और लाहौल स्पीति में बाढ़ आई। तीन अगस्त को सोलन के कसौली में, नौ को किन्नौर के पागलनाला, 11 को किन्नौर के निगुलसेरी, 25 को लाहुल-स्पीति के कौरिक-काजा और 27 अगस्त को कुल्लू के अमर बाग और निथर में भूस्खलन की घटनाएं हुई हैं।
सात अगस्त को लाहौल स्पीति के मूरिंग, कवांग और कामरिंग नाला, 11 को किन्नौर के चारंग खड्ड, 27 अगस्त को कुल्लू के चक्की नाला रोड और लाहौल स्पीति के शाकोली नाला (उदयपुर) में बाढ़ आई थी।
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