शिमलाः हिमाचल प्रदेश में उचित मूल्य की दुकानों में अब उपभोक्ताओं को पैकेट बंद चीनी उपलब्ध कराई जाएगी। यह फैसला सरकार द्वारा लोगों की तरफ से चीनी की गुणवत्ता सम्बंधित मिल रही शिकायतों पर लिया गया है।
गौरतलब है कि बरसात के मौसम में चीनी गीली होने की वजह से खराब हो जाती है। ऐसे में उपभोक्ताओं को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है और चीनी के सैम्पल भी फेल हो जाते हैं।
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इस को लेकर उपभोक्ताओं द्वारा सरकार के पास शिकायत भी की जा चुकी है। वहीं, चीनी के पैकेट पर कुल चार रूपए का अतिरिक्त खर्च होना है। जिसके निर्वहन को लेकर सरकार द्वारा यह मामला कैबिनट में भी उठाया गया था। लेकिन इस पर कोई फैसला नहीं हो पाया था।
फिलहाल डिपुओं में खुली चीनी दी जा रही
वहीं, अब सरकार खुद चीनी पैकेट के खर्च का वहन करेगी, जिसका सीधा सा अर्थ यह है कि डिपुओं में आम जनता को चीनी वर्तमान कीमत पर ही उपलब्ध कराई जाएगी। चीनी की कीमतों में कोई इजाफा नहीं किया जाएगा। बता दें कि वर्तमान में प्रदेश में साढ़े 18 लाख राशनकार्ड उपभोक्ता हैं। जिन्हें फिलहाल डिपुओं में खुली चीनी दी जा रही है।
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वहीं, हर महीने करीब 600 ग्राम चीनी प्रति व्यक्ति को मुहैया करवा रही है। बात करें गरीब परिवारों की तो उन्हें 13 रूपए प्रति किलो तो एपीएल परिवारों को 30 रूपए प्रति किलो चीनी उपलब्ध करवाई जा रही है। वहीं, सरकार उपभोक्ताओं को चीनी पर 10 से 20 रूपए तक सब्सिडी भी दे रही है।
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