शिमलाः चुनाव आयोग कभी भी हिमाचल प्रदेश में उपचुनावों की तारीख की घोषणा कर सकता है। ऐसे में प्रदेश में राजनीतिक सरगर्मी बड़ गई है। जिसके चलते सत्तासीन दल व विपक्षी दल अपनी-अपनी ओर से इन चुनावों में जीत हासिल करने के कार्य में जुट गए हैं। वहीं, इस बीच खबर सामने आ रही है कि सूबे की जयराम सरकार चुनावों से पहले कई अहम फैसले ले सकती है।
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सूत्रों की मानें तो जयराम सरकार प्रदेश के चार नए जिलों को बनाने का ऐलान कर सकती है। जिसमें मंडी जिले का सुंदरनगर, शिमला जिले स्थित महासू , कांगड़ा जिले स्थित नूरपुर और पालमपुर शामिल हैं। मीडिया द्वारा इस सिलसिले में जताई जा रही संभावनाओं के बीच फिलहाल सरकार की ओर से इस विषय पर कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है। बता दें कि वर्तमान में हिमाचल प्रदेश में 12 जिले हैं।
राकेश पठानिया ने दिया बयानः कही नूरपुर को जिला बनाने की बता-
बता दें कि मंत्री राकेश पठानिया लगातार नूरपुर को नया जिला बनाने की मांग सरकार से करते आ रहे हैं। वहीं, बीते 24 अगस्त को कांगड़ा जिले के नुरपूर में गोलवां गांव में मंत्री राकेश पठानिया ने अहम बयान दिया था और नूरपुर को जिला बनाने की बात कही थी।
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इस दौरान जब मीडिया ने उनसे जिले के बारे में सवाल पूछा तो उन्होंने कहा कि वे पिछले पंद्रह साल से यह लड़ाई लड़ रहे हैं। उन्होंने बताया कि राजा का तालाब और रे को सब तहसील बना दिया गया है। अब नूरपुर को जिला बनाने की बारी है।
जिला मुख्यालय पहुंचने के लिए लगता है घंटों का समय-
बता दें कि भगौलिक हालात की वजह से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं, बात करें नूरपुर की तो वे जिला मुख्यालय से विल्कुल विपरित है। नूरपुर से मुख्यालय पहुंचने के लिए 60 किमी की दूरी तय करनी पड़ती है। जो की कायदे से लोगों को बहुत दूर पड़ जाता है। वहीं, शिमला स्थित महासू इलाके के लोगों को भी शिमला पहुंचने के लिए घंटो तक सफर करना पड़ता है। इन्हीं दिक्कतों की वजह से लोग अलग जिला बनाने की मांग कर रहे हैं।
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