जी एस बाली का निधन: वीरभद्र के बाद हिमाचल के वरिष्‍ठ नेता, मुख्‍यमंत्री की रेस में भी थे आगे

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जी एस बाली का निधन: वीरभद्र के बाद हिमाचल के वरिष्‍ठ नेता, मुख्‍यमंत्री की रेस में भी थे आगे

शिमला: हिमाचल प्रदेश के लिए आज के दिन सुबह सुबह एक बड़ी दुखद खबर सामने आ रही है। प्रदेश के कद्दावर कांग्रेस नेता हम सबके बीच नहीं रहे। दिल्ली एम्स में आज सुबह तड़के उनका निधन हो गया।

परिवहन मंत्री के नाम से जाना जाता रहा:

बता दें कि कांग्रेस पार्टी के हिमाचल में कद्दावर नेताओं की बात होती थी तो वीरभद्र सिंह के बाद गुरमुख सिंह बाली यानी जीएस बाली का नाम सबसे शीर्ष पर आता था। विधानसभा क्षेत्र नगरोटा बगवां से चार बार विधायक व दो बार मंत्री रहे जीएस बाली के पास वैसे तो कई विभागों का दायित्‍व रहा। 

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लेकिन उन्हें मुख्य रूप से परिवहन मंत्री के नाम से जाना जाता रहा। उनके कार्यकाल के दौरान हिमाचल पथ परिवहन निगम में चालकों व परिचालकों की कई बार भर्तियां हुईं। हालांकि भर्तियों को लेकर थोड़ा बहुत विवाद भी रहा, लेकिन परिवहन निगम में प्रदेश के युवाओं को रोजगार हासिल करने के अवसर भी मिले।

मुख्यमंत्री के रेस में थे:

कुछ माह पूर्व ही पूर्व मुख्‍यमंत्री एवं दिग्‍गज नेता वीरभद्र सिंह के निधन के बाद प्रदेश में मुख्यमंत्री की लाबिंग में जीएस बाली का नाम सबसे शीर्ष पर था। हालांकि अन्य कई नाम भी चर्चा में चल रहे थे। लेकिन जीएस बाली का नाम शीर्ष पर ही था।

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कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के निधन के बाद एक और कद्दावर नेता का निधन होने से पार्टी को बड़ा झटका लगा है। प्रदेश के सबसे बड़े जिला कांगड़ा से वह वरिष्‍ठ नेता थे। अभी प्रदेश के चल रहे उपचुनाव के चलते कांग्रेस हाईकमान ने उन्हें संसदीय क्षेत्र मंडी में बतौर नियुक्त किया था।

लेकिन उसके बाद से ही वह अस्वस्थ चल रहे थे। बताया जा रहा है कि एम्स में उनका किडनी ट्रांसप्लांट हुआ था। यहां उपचार के दौरान ही उनका देहांत हो गया।

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