तस्वीरें: हिमाचल के गांव से निकली मंजू देवी बॉलीवुड में एक्ट्रेस मनीषा ठाकुर बनकर छाई

Ticker

6/recent/ticker-posts

adv

तस्वीरें: हिमाचल के गांव से निकली मंजू देवी बॉलीवुड में एक्ट्रेस मनीषा ठाकुर बनकर छाई

हिमाचल प्रदेश के जिला बिलासपुर के छोटे से गांव नमहोल से निकली मंजू देवी, जो आज बॉलीवुड में मनीषा ठाकुर के नाम से पहचानी जाती हैं।


मनीषा ठाकुर आज किसी परिचय की मोहताज नहीं है, बहुत कम समय में उन्होंने एक लंबी दूरी तय कर ली है। "टेक इट इजी","दावत ए इश्क","गलती सिर्फ तुम्हारी", "ट्रेड" जैसी हिंदी व साउथ की फिल्मों में सशक्त अभिनय से दर्शकों का दिल जीता। 


हाल में "इश्क की बरसाते" नाम की हिंदी म्यूजिक वीडियो  रिलीज हुआ है, जिसने देश के जाने माने म्यूजिक चैनलों पर धूम मचाई हुई है। जिसमें मनीषा ठाकुर के साथ अभिनेता सुनील कुमार ने बतौर हीरो अपनी भूमिका अदा की है। यह म्यूजिक वीडियो 30 सितंबर को जी म्यूजिक द्वारा वर्ल्ड वाइड रिलीज किया गया था, जिसे दर्शकों ने बहुत पसंद किया गया। इस गाने को लेकर मनीषा ठाकुर काफी उत्साहित और भावुक भी हैं।


मनीषा ठाकुर ने बिलासपुर में अपनी फिल्मी यात्रा की बात करते हुए बताया कि यह सफर इतना आसान नहीं था, हिमाचल प्रदेश के ग्रामीण परिवेश से निकलकर मुंबई मायानगरी में जगह बनाना बहुत ही कठिन था, लेकिन मैंने हार नहीं मानी अपने स्किल पर काम किया। 


उन्होंने कहा कि लगातार सीखने में विश्वास किया, सतत प्रयास जारी रखा और आज परिणाम सबके सामने हैं। हाल ही में मनीषा ने 4 फिल्में साइन की हैं। जिसमें उन्होंने पंजाब व हिमाचल फिल्म इंडस्ट्री की ओर रुख करते हुए दो पंजाबी व एक हिंदी फिल्म और एक दक्षिण भारतीय फिल्म साइन की हैं, जो 2022 में रिलीज होंगी।


मनीषा ने दर्शकों का शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि आज मैं जहां भी हूं इसमें दर्शकों का बहुत बड़ा प्यार रहा है। आशा करती हूं  दर्शकों का प्यार एवं स्नेह भविष्य में भी मेरे साथ बना रहेगा। उन्होंने दर्शकों से अपील करते हुए कहा कि मेरी रिलीज होने वाली फिल्मों को अवश्य देखें। 


बकौल मनीषा, मुझे विश्वास है मेरी रिलीज होने वाली फिल्में आपको बहुत ही पसंद आएंगी। मनीषा ठाकुर ने यह भी कहा हिमाचल प्रदेश में टैलेंट की कमी नहीं है। हिमाचल की लड़कियां किसी से कम नहीं हैं, आवश्यकता है उन्हें सही शिक्षा व कैरियर के क्षेत्र में राह दिखाने की। वह जिस भी क्षेत्र में जाती हैं, झंडे गाड़कर आती हैं।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ