शिमलाः हिमाचल प्रदेश से ताल्लुक रखने वाले एनआईए में एसपी रेंक के आईपीएस ऑफिसर को अपने ही देश के साथ राष्ट्रद्रोह करने, धोखा देने व आतंकियों की मदद करने के मामले में संदेह के घेरे में लिया गया है।
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अधिकारी पर आरोप है कि उन्होंने कई अहम जानकारियां कश्मीर के मानवाधिकारी कार्यकर्ता खुर्रम परवेज और मुनीर चौधरी तक पहुंचाई है। एनआईए के अधिकारियों को शक है कि परवेज ने इन जानकारियों को पाकिस्तान तक पहुंचाया है।
ऑफिसर के विभिन्न ठिकानों पर दबिश
इसके बाद से ही एनआईए के अधिकारी उक्त ऑफिसर के विभिन्न ठिकानों पर दबिश दे रहे हैं। इसी कड़ी मे उन्होंने उक्त ऑफिसर के शिमला व किन्नौर स्थित ठिकानों के अलावा सिरमौर जिले स्थित उनके किसी रिश्तेदार के घर पर भी दबिश दी।
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जानकारियों की मानें तो इस मामले में जिन ऑफिसर का नाम आया है उन्होंने प्रदेश में कई हाईप्रोफाइल केस सुलझाए हैं। इतना ही नहीं उन्होंने हिमाचल प्रदेश में साल 2006 में सीपीएमटी पेपर लीक होने मामले की जांच में गठित की गई टीम में बतौर डीएसपी प्रमुख जांचकर्ता थे।
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बतौर रिपोर्टस, उक्त अधिकारी कुछ समय पहले जम्मू कश्मीर में कार्यरत थे। इतना ही नहीं वह उस टीम का भी सदस्य थे जिसने 28 अक्टूबर को खुर्रम परवेज के घर में तलाशी ली थी। वह कश्मीर में टेरर फंडिंग के संबंध में जारी जांच में भी शामिल थे।
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