हिमाचल का जवान शहीद: युद्धपोत पर हुए ब्लास्ट में गई जान, मां-पत्नी और दो बेटियों को छोड़ गए

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हिमाचल का जवान शहीद: युद्धपोत पर हुए ब्लास्ट में गई जान, मां-पत्नी और दो बेटियों को छोड़ गए

मुंबई/हमीरपुर: मुंबई स्तिथ नौसेना डॉकयार्ड में मंगलवार को युद्धपोत आईएनएस रणवीर में हुए अचानक धमाके में हिमाचल के वीर सपूत के शहीद होने की खबर सामने आई है। शहीद सुरेंद्र ढटवालिया (47 वर्ष) हमीरपुर जिले के उपमंडल बड़सर अंतर्गत सठवीं गांव के निवासी थे।

28 वर्षों से थे सेना में:

बता दें कि इस धमाके में नौसेना के तीन जवान शहीद हुए हैं, वहीं 11 नौसैनिक घायल हुए हैं। सुरेंद्र ढटवालिया भारतीय नौसेना मे एमसीपीओ रैंक के अधिकारी थे। पिछले 28 वर्षों से भारतीय नौसेना में अपनी सेवाएं दे रहे थे।

शहादत का दुखद समाचार उनके पैतृक गांव सठवीं में पता चलते ही पूरे गांव में शोक की लहर दौर गई। शहीद जवान अपने पीछे माता केहरो देवी, पत्नी नीलम कुमारी एवं दो बेटियां अंशिका तथा काजल को छोड़ गए।

एसडीएम बड़सर शशि पाल शर्मा ने बताया कि शहीद की पार्थिव देह बुधवार रात दिल्ली पहुंची है। परिजन पार्थिव देह को लाने के लिए दिल्ली रवाना हो गए हैं। वीरवार को शहीद का अंतिम संस्कार हो सकता है।

हादसे की कारणों की चल रही जांच:

आईएनएस रणवीर पूर्वी नौसेना कमान से नवंबर 2021 से क्रॉस कोस्ट ऑपरेशनल तैनाती पर था और जल्द ही बेस पोर्ट पर लौटने वाला था। विस्फोट कैसे हुआ इसके कारणों की जांच के लिए बोर्ड ऑफ इनक्वायरी के आदेश दे दिए गए हैं।

विध्वंसक आईएनएस रणवीर 28 अक्तूबर, 1986 को भारतीय नौसेना में शामिल हुआ था। हथियारों और सेंसर से लैस यह 30 अधिकारियों और 310 नाविकों के एक दल द्वारा संचालित है। 

इसमें सतह से सतह और सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल, विमान भेदी और मिसाइल रोधी टारपीडो और पनडुब्बी रोधी रॉकेट लांचर हैं।

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