चंबाः हिमाचल प्रदेश में राष्ट्रीय राजमार्ग बंद होने के चलते एक महिला को समय पर अस्पताल नहीं पहुंचाया जा सका। इस वजह से महिला की रास्ते में ही मौत हो गई। मामला प्रदेश के चंबा जिले स्थित विकास खंड मैहला का है। मृतक महिला की पहचान 37 वर्षीय अहिल्या देवी पत्नी देवी सिंह निवासी ग्राम पंचायत राड़ी व गांव भटवाड़ा के तौर पर हुई है।
मेडिकल कॉलेज चंबा किया रेफर
मिली जानकारी के मुताबिक बीते कल यानी सोमवार सुबह महिला को सर्दी, जुकाम बुखार की शिकायत हुई इसके उपरांत महिला को उल्टियां लग गई। महिला की तबियत बिगड़ता देख परिजन उसे उपचार हेतु निजी क्लीनिक ले गए। जहां प्राथमिक उपचार देने के बाद डॉक्टरों ने महिला की गंभीर हालक को देखते हुए उसे मेडिकल कॉलेज चंबा रेफर कर दिया।
पहाड़ी पार करते वक्त गई जान
इस दौरान जब परिजन उसे अस्पताल ले जा रहे थे तो रास्ते में राष्ट्रीय राजमार्ग के बाधित होने के चलते वे सीधा गाड़ी से महिला को अस्पताल नहीं पहुंचा पाए। ऐसे में कुछ लोगों की मदद से महिला को पहाड़ी के ऊपर से दूसरी ओर पहुंचाने की कोशिश की गई। परंतु पहाड़ी पार करते वक्त महिला की जान चली गई।
स्वजनों ने किया हंगामा
इसके उपरांत परिजन महिला के शव को लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चूड़ी लेकर पहुंचे। जहां डॉक्टरो ने मोर्चरी ना होने का हवाला देते हुए पोस्टमार्टम करने से इंकार कर दिया। ऐसे में मृतक महिला के स्वजन वहीं पोस्टमार्टम करवाने की जिद्द पर अड़ गए। करीब दो घंटे तक परिजन अपनी बात पर अड़े रहे।
इस दौरान उन्होंने विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इसके उपरांत शाम चार बजे परिजन शव को पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल कॉलेज चंबा ले गए। बता दें कि यह पहली बार नहीं है इससे पहले भी गर्भवती महिला को समय पर अस्पताल ना पहुंचा पाने के कारण नवजात शिशु की मौत हो गई थी।
क्या बोले अधिकारी-
इस संबंध में अधिशाषी अभियंता एनएच मंडल चंबा राजीव शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि चंबा-भरमौर एनएच को मैहला के समीप जल्द से जल्द बहाल करने की कोशिश लगातार जारी है। उक्त स्थान पर सफर करना किसी खतरे से खाली नहीं है। ऐसे में जब तक इसे सुरक्षित नहीं बनाया जाता, तब इसे आधे-अधूरे कार्य के बीच बहाल करना खतरनाक हो सकता है।
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