हिमाचलः मैडम और सर ने मिलकर छात्र को जमकर पीटा, अस्पताल में लड़ रहा जिंदगी की जंग; जानें डिटेल्स

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हिमाचलः मैडम और सर ने मिलकर छात्र को जमकर पीटा, अस्पताल में लड़ रहा जिंदगी की जंग; जानें डिटेल्स

कुल्लूः हिमाचल प्रदेश में एक महिला शिक्षिका व दो अन्य अध्यापकों द्वारा एक आईटीआई छात्र की बेरहमी से पिटाई करने की खबर सामने आई है। घटना प्रदेश के कुल्लू जिले के तहत आते आईटीआई निरमंड की है। 

पिटाई के बाद छात्र बेहोश हो गया था। वहीं, युवक को बेहोश पाकर महिला शिक्षिका ने उसके खिलाफ एंटी रैगिंग कमेटी के माध्यम से पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है।

बेरहमी से की पिटाई:

बता दें कि घायल छात्र की पहचान नरेश के तौर पर हुई है। छात्रों से मिली जानकारी के मुताबिक नरेश उनके साथ परिसर में खेल रहा था। इस बीच उसे वहां से बुला कर ले जाया गया और उसके साथ मारपीट की गई। 

छात्रों का कहना है कि महिला अध्यापिका ने युवक के चहरे पर बेरहमी से थप्पड़ मारे। इस दौरान नाक से खून तक निकल आया और थोड़ी ही देर बाद वह बेहोश हो गया। 

नरेश बोला- भाई जान से मार देगें:

वहीं, घायल नरेश के भाई ने मामले के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि दोपहर करीब 3.30 बजे उसे नरेश का फोन आया। फोन पर उसने बताया कि उससे मारपीट की जा रही है और उसे जान से मार देंगे।

यह कहने के बाद उसका फोन कट हो गया। नरेश के भाई ने इस पर तुंरत पुलिस को फोन किया और खुद किन्नौर से निरमंड के लिए रवाना हो गया।

झूठ में किया रैगिंग का केस दर्ज:

पीड़ित छात्र के भाई का आरोप है कि आईटीआई के शिक्षकों ने खुद को बचाने के लिए उसके भाई पर एंटी रैगिंग कमेटी के माध्यम से शिकायत दर्ज करवाई है। भाई का कहना है कि अब उन पर समझौता करने के लिए दबाव बनाया जा रहा है। साथ ही उनकी शिकायत को भी अनसुना किया जा रहा है।

उधर, औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान निरमंड के कार्यकारी प्रिंसिपल राजेंद्र ने जानकारी साझा करते हुए बताया कि नरेश लड़की के क्लास रूम में गया था। इस संबंध में युवक को वार्निंग दी गई है। 

परंतु उनके सामने न तो कोई मारपीट हुई न ही उन्हें बताया गया। इसके उपरांत करीब 10 का 15 मिनट बाद बताया गया कि लड़का बेहोश हो गया है, जिसे अस्पताल ले जाया गया है। 

पुलिस कर रही जांच:

मामले की पुष्टि करते हुए डीएसपी आनी रविंद्र नेगी ने बताया कि लड़की के बयान दर्ज किए जाएंगे और निष्पक्षता से मामले की जांच की जाएगी। जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कानून सम्मत कार्रवाई की जाएगी। 

वहीं, इस मामले के संदर्भ में अनुसूचित जाति आयोग व मानव अधिकार आयोग से भी इस घटना की निष्पक्ष जांच की मांग की है। ताकि भविष्य में ऐसी घटना न हो।

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