सिरमौरः हिमाचल प्रदेश में अक्सर ऐसा देखने को मिला है जब अस्पताल में मौजूद चिकित्सकों द्वारा महिला की डिलीवरी केस को कॉम्लिकेटिड बताते हुए हायर सेंटर रेफर कर दिया जाता है। इस बीच महिला की डिलीवरी एंबुलेंस में ही हो जाती है। ताजा मामला प्रदेश के सिरमौर जिले के तहत आते शिलाई उपमंडल के तहत आते कोटी गांव का है। जहां एक 24 वर्षीय महिला ने एंबुलेंस में ही बेटी को जन्म दे दिया।
सिजेरियन केस कह किया रेफर
मिली जानकारी के मुताबिक कोटी गांव की रहने वाली 24 वर्षीय महिला को डिलीवरी हेतु शिलाई अस्पताल से सिजेरियन केस बताते हुए पांवटा साहिब रेफर किया गया था। परंतु इस बीच सोमवार सुबह करीब 8 बजे महिला ने कफोटा के समीप एंबुलेंस में ही बच्ची को जन्म दे दिया।
पहले भी एंबुलेंस में हुआ है महिलाओं का प्रसव
बता दें कि यह पहली बार नहीं है जब यूं किसी महिला ने एंबुलेंस में ही बच्चे को जन्म दिया हो। इससे पहले भी कई मर्तबा डिलीवरी केस को जटिल बताते हुए महिलाओं को हायर सेंटर रेफर किया जा चुके हैं। इस दौरान रास्ते में ही एंबुलेंस कर्मचारियों द्वारा उनकी नार्मल डिलीवरी करवाई गई है। अब सोचने वाली बात ये है कि अगर डिलीवरी इतनी ही जटित होती है तो एंबुलेंस कर्मचारी कैसे प्रसव करवा देते हैं।
मरीजों ने लगाए आरोप
उधर, मरीजों का अस्पताल प्रबंधन पर आरोप हैं कि अक्सर मरीजों को चेक किए बिना ही स्टाफ नर्स के कहने पर आगामी उपचार हेतु रेफर कर दिया जाता है। लोगों का तो ये भी कहना है कि अगर शिलाई अस्पताल के पुराने रिकॉर्ड खंलाए जाएं तो इसमें अस्पताल प्रबंधन की कमियां व खामियां चौंका देने वाली होंगी।
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