चंबा। हिमाचल प्रदेश कांग्रेस अपने खोए हुए जनाधार को जुटाने के लिए नीचता पर उतर आई है। सूबे के जिन क्षेत्रों को जीत पाना मुश्किल हो गया है, वहां पार्टी की आईटी सेल फोटोशॉप की मदद से एडिटिंग कर फर्जी चैट वायरल कर रही है।
फर्जी चैट से छवि धूमिल का प्रयास:
मामला चंबा जिले के चुराह विधानसभा क्षेत्र का है। जहां के विधायक और प्रदेश विधानसभा के डिप्टी स्पीकर डॉ हंस राज से जुड़ा एक फर्जी चैट वायरल हो रहा है। चैट को yuva congress churah नामक फेसबुक प्रोफाइल से शेयर किया गया था।
चैट में बताया गया था कि डिप्टी स्पीकर ने एक महिला से चैट में काम करवाने के बदले रात में मिलने को कह रहे हैं। जबकि यह साफ नहीं था कि उक्त महिला कौन है? किस तारीख को बात हुई है? ना ही किसी महिला ने सामने से आकर आरोप लगाए। वहीं, सोशल मीडिया पर चैट वायरल होने के बाद यह मसला कल शाम से ही मीडिया के गलियारों में गरमाया हुआ है।
डॉ हंस राज ने खुद कर दिया फ़ैक्ट चेक
इस सब के बीच डिप्टी स्पीकर डॉ हंसराज ने अपने सोशल मीडिया पर एक ताजा पोस्ट डाल कर पूरे मामले और फर्जी फ़ेसबुक पोस्ट का फ़ैक्ट चेक कर डाल है। अपने फ़ेसबुक पेज पर एक पोस्टर शेयर करते हुए डॉ हंसराज ने असली और नकली के अंतर को समझाया है। इसके साथ उन्होंने कैप्शन में लिखा है कि
कीचड़ में कमल खिलता जरूर है
मगर कमल पर कीचड़ नहीं लगता
अपने इस पोस्ट में डिप्टी स्पीकर हंसराज लिखते हैं कि
आम तौर पर जब भी आप सेव नहीं किए हुए व्हाट्स एप्प नंबर से मैसेज चैट करते हैं तो नंबर के आगे इंडिया का कोड +91 आता है. और नंबर के शुरू के 5 अंक बाद स्पेस.... फिर 5 अंक आता है.
मेरे मूर्ख विरोधियों ने फोटोशॉप करके मुझे बदनाम करने की साजिश तो की, लेकिन अपनी मूर्खता के कारण कैसे नाकाम रहे, देखिये...
मझे हुए खिलाड़ी की तरह लिए मजे
अपने इस पोस्ट में डॉ हंसराज विरोधियों पर करार तंज कसते हुए आभार भी जताते हैं और लिखते हैं
मूर्ख विरोधियों का आभार...
इसी बहाने अब प्रदेश की 70 लाख जनता के पास मेरा नंबर पहुंच चुका है, किसी भी तरह की समस्या होने पर संपर्क करें... आपकी सेवा में 24 घटें तत्पर
मामले में अभी क्या है ताजा अपडेट
इस सब के बीच खबर यह भी सामने या रही है कि सोशल मीडिया पर सबसे पहले इस फर्जी स्क्रीनशॉट शेयर करने वाले आरोपी युवक को भी अरेस्ट कर लिया गया है। इसके अलावा पुलिस द्वारा इस संदर्भ में आगामी कार्रवाई भी अमल में लाई जा रही है। गौर रहे कि फर्जी चैट वायरल होने के बाद डॉ हंस राज ने खुद इस बात की शिकायत पुलिस के पास दी थी और स्पष्ट किया था कि यह पूरा प्रकरण विरोधियों की साजिश के अलावा और कुछ नहीं है।
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