मंडी। अक्सर लोग कहा करते हैं कि भलाई का जमाना ही नहीं रहा, लेकिन इस तरह की बात को गलत साबित किया है। हिमाचल प्रदेश पथ परिवहन निगम में बतौर कंडक्टर अपनी सेवाएं दे रहे ललित कुमार ने। ललित ने ईमानदारी की मिसाल पेश करते हुए रुपयों और कुछ जरूरी कागजातों से भरा पर्स उसके असल मालिक के पास सही सलामत पहुंचा दिया है।
पर्स के मालिक चिंताराम सहित हर कोई ललित की ईमानदारी की चर्चा कर रहा है। इस बारे में बात करते हुए ललित ने कहा कि जब वह 25 अप्रैल को सुबह 6 बजे मंडी से छतरी बस रूट पर निकला तो करीब साढे छः बजे उसे केलांग एचआरटीसी का वलॉगबनाते समय नेरचौक में एक पर्स सड़क पर पड़ा मिला।
वलॉग के माध्यम से मिला पर्स
इसके बाद ललित ने वलॉग के माध्यम से ही इस पर्स के बारे में जानकारी लोगों तक पहुंचाई और बताया कि वह पर्स उसके पास सुरक्षित है। इसके बाद ललित ने आज बुधवार को वह पर्स मंडी में अड्डा प्रभारी के सुपुर्द किया जहां से पर्स के मालिक को पर्स लौटा दिया गया।
पर्स के असली मालिक रिवालसर निवासी चिंताराम ने इस बारे में बताया कि उनके पर्स में 2100 रुपए कैश, दो एटीएम, ड्राइविंग लाइसेंस, आधार कार्ड व अन्य जरूरी कागजात मौजूद थे, जो कि उन्हें सही सलामत वापस मिल गए हैं। उन्होंने बताया कि उनका पर्स 20 अप्रैल को ही गुम हो गया था।
इसके बाद उन्हें एचआरटीसी केलांग के वलॉग के माध्यम से पर्स के बारे में पता चल सका। वहीं, उन्होंने पर्स मिलने की ख़ुशी जाहिर करते हुए मंडी डिपो में तैनात युवा व ईमानदार परिचालक ललित कुमार व एचआरटीसी प्रबंधन का आभार जताया है।
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