हमीरपुरः हिमाचल प्रदेश में बीते कुछ वक्त से कई जगहों पर पत्थर बरामद किए जा रहे हैं, जो पानी में डूबने के बाजय उस पर तैर रहे हैं। पहले कांगड़ा जिले के ज्वाली में पौंग जलाशय में इस तरह के पत्थर बरामद हुए थे, तो अब हमीरपुर जिले के तहत आती ग्राम पंचायत पांडवी के गांव मैड में इस तरह का पत्थर बरामद हुआ है।
पानी में तैरने लगा पत्थर
मिली जानकारी के मुताबिक यह पत्थर मैड गांव में रहने वाले एक परिवार को खेतों में काम करते हुए बरामद हुआ है। जब उन्होंने इस पत्थर को पानी में डाला तो वे नीचे बैठने के बजाय पानी की उपरी सतह पर तैरने लगा। यह देखकर वह हैरान रह गए।
हिमाचल के हमीरपुर में मिला तैरने वाला पत्थर pic.twitter.com/NvhGZAhPFM
— News4himalayans (@news4himalayans) April 30, 2022
पत्थर के पानी में तैरने की सूचना पाकर अन्य ग्रामीण भी मौके पर पहुंचे। स्थानीय लोगों के मुताबिक यह पत्थर किसी चमत्कार से कम नहीं है। लोग इस पत्थर को रामसेतु से जोड़कर भी देख रहे हैं।
जानें क्यों तैरते हैं पत्थर
भूगर्भ शास्त्र वैज्ञानिकों की मानें तो पत्थर अपनी अलग संरचना तथा गुणों के कारण पानी में तैरते हैं। इन पत्थरों में प्यूमिक स्टोन तथा सैंड स्टोन शामिल हैं। बता दें कि पानी में अकसर वो पत्थर तैरते हैं जिनका आयतन पानी से कम होता है, जिनका आयतन पानी से ज्यादा होता है वे पानी में डूब जाते हैं।
इसके अलावा कुछ विशेष पत्थर ऐसे भी होते हैं जिनमें गुहाएं पाई जाती है, जो इतनी ज्यादा मात्रा में होती हैं कि पूरा का पूरा पत्थर ठोस दिखाई देता है। परंतु वजन के मामले में ऐसे पत्थर हल्के होते हैं।
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