शिमला। देश के सभी इलाकों की तरह हिमाचल प्रदेश में भी इन दिनों गर्मियों का बोल-बाला है। इस बीच सूबे में कई सारे पेयजल स्रोतों के सूख जाने के चलते आम जनमानस को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
मई से लेकर सितंबर माह तक की छुट्टियां रद्द
इसी कड़ी में पानी की किल्लत को दूर करने और पानी की व्यवस्था को सुदृढ़ बनाए रखने के लिए प्रदेश में जल शक्ति विभाग के अधिकारियों, कर्मचारियों और जल रक्षकों की छुट्टियों पर पांच महीने की रोक लगा दी गई। प्रदेश सरकार द्वारा छुट्टियों पर यह बैन लगाने का निर्णय लिया गया है। हालांकि, विशेष परिस्थिति में ही इन्हें छुट्टी मिल सकेगी।
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वहीं, विशेष परिस्थितियों में छुट्टी पाने के लिए इस बारे में संबंधित अधिकारी और जल रक्षकों को पहले उच्च अधिकारियों को इस बारे में जानकारी देनी होगी। आदेश के तहत मई से लेकर सितंबर माह तक के लिए विभाग में कार्यरत लोगों की छुट्टियां रद्द की गई है।
यहां तो ट्रैक्टर से पहुंचाना पड़ रहा पानी
वहीं, सरकार की तरफ से यह निर्देश आने के बाद जलशक्ति विभाग के अधिकारी और कर्मचारी फील्ड में उतर आए हैं। गौरतलब है कि सूबे में पड़ रही अत्याधिक गर्मी के बीच सूबे के कई क्षेत्रों में सूखे जैसा माहौल बन गया है। कुछ जगहों पर तो ग्रामीणों को कई किलोमीटर पैदल चलकर पानी लेने जाना पड़ रहा है। उधर, लाहुल जैसे दुर्गम इलाकों में तो जनता के लिए ट्रैक्टर से पानी पहुंचाने की नौबत आ गई है।
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