कांगड़ाः हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा गरीब लोगों की मदद के लिए कई तरह की योजनाएं चलाई गई हैं। परंतु इन सभी योजनाओं का लाभ पाने के लिए लोगों को काफी सरकारी औपचारिकताओं से गुजरना पड़ता है। तब जाकर कहीं उन्हें सरकारी सुविधा उपलब्ध होती है।
इस बीच प्रभावित परिवार दर-दर की ठोकरें खाने के लिए मजबूर रहता है। ताजा मामला प्रदेश के कांगड़ा जिले के तहत आते नगरोटा बगवां की ग्राम पंचायत रजियाणा 53 मील का है। जहां वार्ड नंबर-2 निवासी सोनिका पत्नी राजेश कुमार की दोनों किडनियां खराब हो चुकी हैं।
हालांकि, अपनी बड़ी बहन की जान बचाने के लिए छोटी बहन रेणु ने किडनी डोनेट करने की पेशकश रखी है, परंतु किडनी ट्रांसप्लांट का खर्चा इतना अधिक है कि आर्थिक मंदी से जूझ रहे इस परिवार के लिए धनराशि जुटा पाना काफी मुश्किल हो रहा है।
जानें क्या बोली छोटी बहन
इस संबंध में जानकारी देते हुए छोटी बहन रेणु का कहना है कि उसकी दीदी के दो बच्चे हैं जो बहुत छोटे हैं। इसलिए में अपनी मर्जी से दीदी को किडनी डोनेट कर रही हूं। बैसे भी कई जगह पर पढ़ा है कि एक किडनी से जी सकते हैं। बहन की सांसे चलती रहें यही काफी है। इसके लिए वह पैसे जुटा रहे हैं।
कोरोना काल में छूटी पति की नौकरी
मिली जानकारी के मुताबिक महिला के पति की कोरोना काल में नौकरी छूट गई थी। ऐसे में वह मेहनत मजदूरी का काम कर अपने परिवार तथा पत्नी की देखभाल कर रहे हैं। महिला के पति ने जितना भी धन अर्जित किया था वह पहले ही अपनी पत्नी के इलाज पर बयय कर चुके हैं।
ऐसे में अब उनके लिए ऑपरेशन के लिए पैसे जुटा पाना काफी मुश्किल हो रहा है। हालांकि, हिम केयर कार्ड से उन्हें फायदा तो मिल रहा है परंतु उन्हें अधिकतर दवाईयां बाहर से ही खरीदनी पड़ रही हैं। पीड़िता का कहना है कि पहले वह आईआरडीपी में थे। घर की स्थिति ठीक होने पर पंचायत ने उनका नाम काट दिया था। इस वजह से वह अभी तक सरकारी सुविधा से वंचित हैं।
जानें क्या बोली पंचायत प्रधान
पंचायत प्रधान का कहना है कि जितना हो सकेगा उतनी परिवार की मदद की जाएगी। उन्होंने बताया कि परिवार को अंत्योदय में डालने के लिए बीडीओ से आग्रह किया गया है। इस संबंध में जैसे ही कोई आदेश मिलते हैं वैसे ही इनका नाम डाल दिया जाएगा। यही नहीं स्थानीय विधायक अरुण कुमार ने भी परिवार की मदद करने का भरोसा दिलाया है।
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