हिमाचल के दो युवा बने सेना में लेफ्टिनेंट: दोनों की प्रेरणा उनके दादा, दोनों एक ही जिले से..

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हिमाचल के दो युवा बने सेना में लेफ्टिनेंट: दोनों की प्रेरणा उनके दादा, दोनों एक ही जिले से..


मंडीः
हिमाचल प्रदेश के युवा अपनी मेहनत और लगन के दम पर अपना तथा अपने प्रदेश का नाम रोशन कर रहे हैं। ऐसा ही कुछ कर दिखाया है मंडी जिले के धर्मपुर उपमंडल के रहने वाले केतन पटियाल तथा सरकाघाट उपमंडल के रहने वाले उत्कर्ष गौतम ने।

हाल ही में सैन्य अकादमी देहरादून में हुई पासिंग ऑउट परेड में दोनों बतौर लेफ्टिनेंट सेना में चयनित हुए हैं। दोनों की इस उपलब्धि पर इलाके में खुशी की लहर दौड़ पड़ी है। बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है।

परेड में 377 जेंटलमैन कैडेट्स ने लिया हिस्सा

बता दें कि देहरादून स्थित सैन्य अकादमी में बीते 11 जून 2022 को पासिंग ऑउट परेड का आयोजन किया गया था। इस परेड में कुल 377 जेंटलमैन कैडेट्स ने हिस्सा लिया था। इन्हीं में केतन पटियाल तथा उत्कर्ष गौतम भी शामिल थे। परेड के बाद दोनों को सेना में बतौर लेफ्टिनेंट चयनित किया गया है।

2018 में पास की थी एनडीए परीक्षा

केतन पटियान उपमंडल धर्मपुर की पपलोग पंचायत के कराड़ी गांव के रहने वाले हैं। उन्होंने साल 2018 में एनडीए परीक्षा को पास कर सेना अकादमी खड़गवासला से बीटेक की पढ़ाई पूरी की। इसके उपरांत उन्होंने आईएमए देहरादून में एक साल तक सैन्य अधिकारी के तौर पर प्रशिक्षण लिया। वहीं, अब वह सेना में लेफ्टिनेंट पद पर अपनी सेवाएं देंगे।

माता-पिता ने लगाए कंधे पर स्टार

परेड के बाद पिता अशोक पटियाल और माता प्रोमिला पटियाल ने केतन के कन्धों पर स्टार लगाए। बता दें कि केतन के दादा अच्छर सिंह पटियाल भी सेना में मेडिकल कोर में कैप्टन रह चुके हैं, जबकि उनके चचेरे भाई ऋषव पटियाल इलाहबाद में सेना की सिग्नल कोर में मेजर हैं। केतन के पिता अशोक पटियाल निजी व्यवसाय करते हैं, जबकि माता प्रोमिला पटियाल प्रशिक्षित स्नातक अध्यापक हैं।

पहले ही प्रयास में पास की एनडीए परीक्षा

उत्कर्ष गौतम जिले के सरकाघाट उपमंडल के फतेहपुर गांव के रहने वाले हैं। एनडीए परीक्षा को पहले ही प्रयास में पास कर उत्कर्ष ने राष्ट्रीय अकादमी पुणे में दाखिला लिया। जहां उन्होंने तीन साल तक सैन्य अधिकारी के प्रशिक्षण लिया। इसके उपरांत देहरादून से एक साल की ट्रेनिंग पूरी की। वहीं, अब पासिंग ऑउट परेड के बाद वह सेना में बतौर लेफ्टिनेंट चयनित हुए हैं।

दादा भी रह चुके हैं फ्लाइंग ऑफिसर, पिता हैं कर्नल

पिता कर्नल उमेश गौतम तथा माता ने बेटे के कंधों पर स्टार लगाए। बता दें कि उत्कर्ष के दादा स्व. प्रभु राम गौतम भारतीय सेना में फ्लाइंग ऑफिसर के पद से रिटायर हुए थे। उनकी माता गृहणी हैं, जबकि उनकी बहन एमबीबीएस डॉक्टर हैं।

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