ऊना। हिमाचल प्रदेश स्थित ऊना जिले के तहत आते वन विभाग के अम्ब सर्किल से एक बड़ा ही हैरान करने वाला मामला रिपोर्ट किया गया है। दरअसल, यहां पर तस्करों ने वनरक्षक को शराब पिलाकर पहले तो बेसुध कर दिया। इसके बाद अवैध लकड़ी के साथ पकड़े तीन वाहनों को लेकर मौके से फरार हो गए।
बताया गया कि करीब हफ्ते भर पहले रेज अफसर ने इन तीनों वाहनों को अवैध रूप से लकड़ी ले जाते हुए पकड़ा था और हिरासत में लेकर टटेहड़ा वन विभाग के थाने में खड़ा किया। इस बीच टटेहड़ा थाने का इंचार्ज छुट्टी पर चला गया और एक वनरक्षक को उसकी जगह कार्यभार दे दिया गया।
ऐसे में मौक़ा पाकर तस्करों ने वनरक्षक को साथ मिलाया और उसे शराब पिलाकर मदहोश कर दिया। इस बीच वनरक्षक जबतक कुछ समझ पाता तस्करों हिरासत में रखे तीनों वाहन ले उड़े और उन्होंने लकड़ी को अन्य राज्य में जाकर बेच दिया। वहीं, जब सुबह वन विभाग को इसकी खबर लगी तो हड़कंप मच गया।
सामने आ रही जानकारी के अनुसार विभाग द्वारा अबतक ना ही इस मामले में कोई शिकायत दर्ज करवाई गई है और ना ही उसके खिलाफ कोई भी एक्शन लिया गया है। बताया यह भी जा रहा है कि आरोपी वनरक्षक तस्करों के साथ शराब पीने की बात अधिकारियों के पास स्वीकार कर चुका है। ऐसे में वन विभाग की कार्यप्रणाली सवालों के घेरे में आ गई है।
वहीं, इस बारे में प्रश्न किए जाने पर डीएफओ ऊना मृत्युंजय माधव का कहना है इस मामले में विभाग ने डैमेज रिपोर्ट काटी है। डैमेज रिपोर्ट व प्राथमिकी एक तरह की कार्रवाई होती है। विभाग की तरफ से लकड़ी तस्कर से एक लाख 70 हजार 50 रुपये जुर्माना वसूल किया गया है। वनरक्षक के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।
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