हिमाचल सीमा के पास चीन कर रहा भवन निर्माण? HP पुलिस व एजेंसियों ने सरकार को किया सतर्क

Ticker

6/recent/ticker-posts

adv

हिमाचल सीमा के पास चीन कर रहा भवन निर्माण? HP पुलिस व एजेंसियों ने सरकार को किया सतर्क

शिमला। हिमाचल प्रदेश के सीमावर्ती क्षेत्रों में चीनी घुसपैठ की आशंका बनी हुई है। बेशक सीमा पर तनातनी का वैसा माहौल नहीं है, जैसा पिछले वर्ष था। लेकिन पुलिस और खुफिया एजेंसियों ने चीन से अधिक चौकस रहने को कहा है। इस संबंध में हिमाचल सरकार को रिपोर्ट सौंपी जा चुकी है। हिमाचल प्रदेश के लाहुल स्पीति के समदो सीमा के पार चीन सड़कें और नए भवनों का निर्माण कर रहा है। 

यह भी पढ़ें: हिमाचल: महिला ने गलती से निगल लिया जहर, पीजीआई तक ले जाना पड़ा; हुआ ये अंजाम

इस सूचना पर सीएम जयराम ठाकुर ने इस इलाके का दौरा किया। जयराम ठाकुर ने बताया कि वह जल्द ही केंद्र को अपनी रिपोर्ट सौंपेंगे। पिछले साल चीनी सेना के हेलिकॉप्टर भी राज्य की हवाई सीमा पर देखे गए थे। 

सूत्रों के अनुसार रिपोर्ट में कहा गया है कि घुसपैठ रोकने के लिए प्रदेश की चीन से लगते सीमा क्षेत्र की बाड़बंदी की जाए। इसमें फ्लड लाइट लगानी चाहिए ताकि उस पार से अवैध तरीके से घुसने वालों को पकड़ा जा सके। अभी यह सीमा क्षेत्र पूरी तरह से खुला है। 

यह भी पढ़ें: हिमाचल: पुलिसवालों ने जेल में की देह व्यापार की आरोपी महिला से दोस्ती, बाहर आने पर मदद; हुए गिरफ्तार

बता दें कि अकेले किन्नौर की चीन से करीब 120 किलोमीटर लंबी सीमा लगती है। लाहुल की सीमा जोड़ दी जाए तो यह दोगुनी हो जाती है। जानकारी के अनुसार, सीएम ने इसे लेकर ग्रामीणों, आईटीबीपी और सेना से बात भी की है। आईटीबीपी और सेना भी इसे लेकर सतर्क हैं जबकि खुफिया एजेंसियों ने भी अलर्ट जारी किया है।

यह भी पढ़ें: हिमाचल में आकर ऐसी बदली किस्मत खड़ी कर दी करोड़ों की कंपनी, सालाना 200 लाख की कमाई

इससे पहले कांग्रेस की हिमाचल प्रदेश इकाई अध्यक्ष कुलदीप राठौड़ ने आरोप लगाया था कि चीन की निर्माण गतिविधियों से ग्रामीणों में असुरक्षा की भावना है। जयराम ठाकुर ने आरोपों से इनकार किया और कांग्रेस नेता से सीमा से संबंधित मुद्दे पर राजनीति से दूर रहने का आह्वान किया।

यह भी पढ़ें: हिमाचली बंदे की मुहब्बत ने ऐसा मारा जोरः कर्फ्यू तोड़ भगा ले आया पंजाबी कुड़ी

वहीं, एजेंसियों की तरफ से सौंपी गई रिपोर्ट में कहा गया है कि पहाड़ों की भौगोलिक हालात के मद्देनजर यहां के लिए अलग से माउंटेन डिवीजन हो। इसका प्रशिक्षण भी अलग से हो और यह पहाड़ के जलवायु से अभ्यस्त हो।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ