कांगड़ाः कोरोना महामारी के कारण बहुत से लोगों ने अपनों को खोया है। ताजा मामला कांगड़ा जिले के ज्वालामुखी से सामने आया है। जहां परिवार का एकमात्र सहारा परमजीत सिंह की कोरोना संक्रमण की चपेट में आने से मौत हो गई। वहीं, मृतक अपने पीछे अपनी पत्नी व दो नन्हें मासूमों को छोड़ गया है।
टांडा अस्पताल में हुई थी मौत:
मिली जानकारी के अनुसार कोरोना से जान गंवाने वाला व्यक्ति परमजीत सिंह खुंडियां में सरकारी आईटीआई में कॅान्ट्रैक्ट पर कार्यरत था। परमजीत की मौत कोरोना से टांडा अस्पताल में 28 मई को हुई थी। परमजीत अपने घर में कमाने वाला एक लौता आदमी था और वही पूरे घर का खर्च उठाता था।
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कोरोना से मौत के कारण परिवार की मानों रीढ़ की हड्डी ही टूट गई है। मृतक की पत्नी सविता कुमारी को अपने बच्चों के पालन पोषण की चींता सता रही है। घर की आर्थिक स्थिति भी कुछ ठीक नहीं है।
समाजसेवियों ने की आर्थिक मदद:
वहीं, इस मामले पर युवा मंडल के निर्मल सिंह और अजय राणा ने जानकारी देते हुए बताया कि हम सभी ने मिलकर सविता कुमारी की आर्थिक सहायता की है। लेकिन पहाड़ जैसी जिंदगी उपर से छोटे बच्चे ऐसे में आगे का जीवन कैसे कटेगा। साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि दुख की इस घड़ी में अगर कोई समाजसेवी बच्चों के पालन पोषण और पढ़ाई का खर्च उठाना चाहता है तो उठाए।
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जानकारियों की मानें तो युवा मंडल ने सरकार से भी सविता कुमारी की सहायता करने की मांग की है। इसके साथ ही कहा कि महिला को सरकारी नौकरी दी जाए जिससे की सविता अपना और अपने बच्चों का पालन पोषण कर सके। इतना ही नहीं युवा मंडल ने समाज सेवी संस्थाओं से भी अपील की है कि इस परिवार की मदद के लिए आगे आएं।
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