शिमला: ब्लैक फंगस कोरोना से भी अधिक खतरनाक साबित हो रहा है। आईजीएमसी शिमला में भर्ती ब्लैक फंगस से पीड़ित महिला की आँख निकालनी पर गई। वहीं, एक दुसरे मामले में मरीज को कोरोना नहीं हुआ था फिर भी ब्लैक फंगस का शिकार हो गया है.
दुसरे मरीज को नहीं हुआ कोरोना लेकिन ब्लैक फंगस का हुआ शिकार:
डॉक्टरों का कहना है कि यह फंगस महिला की आंख में अंदर तक फैल गया था। डॉक्टरों ने सर्जरी कर महिला की बाईं आंख को निकाल दी है। जिसके बाद से महिला लगातार चिकित्सकों की निगरानी में है। उक्त महिला हमीरपुर की रहने वाली है और सर्जरी की पुष्टि प्रशासनिक अधिकारी डॉ. राहुल गुप्ता ने की है।
यह भी पढ़ें: हिमाचल के किसी ने रूस से किया वैक्सीन बनाने का करार, केंद्र सरकार नहीं कर पाई: हाई कोर्ट
वहीं, शुक्रवार को भी ब्लैक फंगस का एक नया मामला सामने आया है। यह मरीज रोहड़ू का रहने वाला है। मरीज का नाक अंदर से सड़ चुका है। कई बार नाक से खून निकलने की शिकायत भी मरीज ने की है। इसके अलावा मरीज के तालू में छाले की शिकायत भी थी। यह मरीज डायबिटिक है।
यह भी पढ़ें: राज्यपाल के पास आया स्वामी का लेटर; कहा- डलहौजी का नाम बदल कर सुभाष नगर करो...
डॉक्टर फिलहाल मरीज का सीटी स्कैन और एमआरआई टेस्ट भी करवा रहे हैं। हालांकि, मरीज को कोविड नहीं था, लेकिन अस्पताल में आने के बाद मरीज का सैंपल जांच के लिए लैब भेजा है। बताया जा रहा है कि शनिवार को मरीज की सर्जरी अस्पताल में की जा सकती है।
0 टिप्पणियाँ
Please do not enter any spam link in the comment box. Thanks