हिमाचल: आज से खुल जाएंगे सभी धार्मिक स्थल, हर शक्तिपीठ में हैं दर्शन के अलग अलग नियम; जानें

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हिमाचल: आज से खुल जाएंगे सभी धार्मिक स्थल, हर शक्तिपीठ में हैं दर्शन के अलग अलग नियम; जानें

शिमला: तीन महीने की बंदी के बाद आखिरकार आज से हिमाचल प्रदेश के मंदिर खुलने जा रहे हैं। मंदिर खुलने की वजह से लोगों में काफी हर्ष का माहौल है। हालांकि, धार्मिक स्थल खुल तो जाएंगे लेकिन पुजारी और भक्तों पर कई तरह के पाबंदियां लगी रहेंगी।

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प्रदेश के सभी शक्तिपीठ बज्रेश्वरी, ज्वालामुखी, मां चामुंडा और नयनादेवी मंदिर समेत सभी मंदिर के कपाट आज पहली जुलाई से श्रद्धालुओं के लिए खुल जाएंगे। भाषा एवं संस्कृति विभाग की ओर से 22 जून को जारी आदेशों के तहत ही दर्शन की व्यवस्था होगी। हालांकि, इन आदेशों को संबंधित डीसी स्थानीय स्थिति व जरूरत के हिसाब से संशोधित कर सकेंगे।

धार्मिक स्थल में क्या-क्या पाबंदियां लागू की गई हैं:

  • श्रद्धालुओं को कोरोना को लेकर जारी एसओपी का पालन करना होगा। 
  • नयनादेवी को छोड़कर सभी शक्तिपीठों में श्रद्धालुओं को सूखा प्रसाद चढ़ाने की छूट रहेगी।
  • धार्मिक स्थलों में हवन, यज्ञ, कन्या पूजन, कीर्तन, लंगर लगाने पर प्रतिबंध रहेगा। 
  • श्रद्धालुओं को मंदिरों में बैठने, ज्यादा देर खड़े रहने की मनाही होगी। 
  • पुजारी न प्रसाद बांटेंगे और न किसी को मौली बांधेंगे। 
  • बज्रेश्वरी माता मंदिर में केवल पुजारियों को रहेगी पूजा अर्चना करने की इजाजत
  • श्रद्धालु गर्भ गृह में जा सकेंगे। प्रसाद भी ले जा सकेंगे, लेकिन अभी भजन कीर्तन व लंगर का आयोजन नहीं होगा। 
  • मंदिर परिसर में श्रद्धालु मुंडन करवा सकेंगे, लेकिन इसमें कोविड प्रोटोकाल का पूरा ध्यान रखा जाएगा।  
  • मंदिर में सैनिटाइजेशन और कोविड नियमों के पालन को मानिटर किया जाएगा।

चिंतपूर्णी में श्रद्धालु चढ़ा सकेंगे प्रसाद, मुंडन संस्कार पर भी रोक नहीं:

  • चिंतपूर्णी मंदिर के कपाट सुबह सात से शाम को आठ बजे तक खुले रहेंगे। 
  • चिंतपूर्णी मंदिर में हवन यज्ञ और लंगर लगाने पर पाबंदी रहेगी। 
  • श्रद्धालुओं के लिए मंदिर में प्रसाद चढ़ाने एवं बच्चों के मुंडन संस्कार पर रोक नहीं लगाई गई है। 
  • श्रद्धालुओं की चिंतपूर्णी सदन और शंभू बैरियर पर स्क्रीनिंग की जाएगी। 
  • गर्भ गृह में केवल पुजारियों को जाने की अनुमति होगी। 
  • बुजुर्ग एवं दिव्यांग श्रद्धालुओं को लिफ्ट से दर्शन करने के लिए भेजा जाएगा। 
  • मंदिर में 42 सुरक्षा कर्मी अलग-अलग जगह तैनात किए जाएंगे। इनमें 30 एक्स सर्विसमैन और होमगार्ड के 12 जवान शामिल हैं। 

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