कुल्लूः देवभूमि हिमाचल प्रदेश में नशा तस्करी किस हद तक होती है, इस बात को कौन नहीं जानता। आए दिन यहां नशा तस्करी की ख़बरें सामने आती रहती हैं। वहीं, सूबे की पुलिस भी दिन रात एक कर नशे की तस्करी में जुटे अपराधियों की धर-पकड़ भी करती है। इसके बावजूद भी इन तस्करों के हौसले कम होने का नाम नहीं लेते।
वहीं, पुलिस द्वारा इन तस्कारों के खिलाफ होने वाली कार्रवाई में नशे की अच्छी खासी खेप बरामद होती है, जो कि पुलिस के किसी काम की नहीं होती। ऐसे में इन्हें समय-समय पर आग के हवाले कर दिया जाता है। इसी कड़ी में आज सुबह शुक्रवार को कुल्लू जिले की पुलिस ने शमशी के जरड़ भुट्टी में 160 किलो चरस को आग के हवाले कर दिया।
10 लाख रुपए प्रति किलो था रेट
जलाई गई इस चरस की कीमत इंटरनेशनल मार्केट में करीब 16 करोड़ रूपए थी। इन नशे की खेप को आग के हवाले किए जाने के मौके पर मौजूद रहे प्रदेश पुलिस के महानिदेशक संजय कुंडू द्वारा बताया गया कि हमारे द्वारा जलाई गई भांग की क्वालिटी काफी अच्छी थी। उन्होंने ने आगे बताया कि एक अनुमान के मुताबिक़ इस चरस की कीमत इंटरनेशनल मार्केट में लगभग 10 लाख रुपए प्रति किलो के आस-पास थी।
चरस तस्करी में कुल्लू जिला सबसे आगे
मिली जानकारी के अनुसार इस दौरान पुलिस द्वारा 160 किलो चरस के अलावा 120 चरस और 80 अफीम के पौधों को भी आगे के हवाले कर दिया गया। गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश का कुल्लू जिला नशा तस्करी के मामले में सबसे आगे है। इसका मुख्य कारण है, वहां पर प्राकृतिक रूप से उगने वाली चरस। इस लिहाज से पुलिस द्वारा इस जिले में तस्करों के खिलाफ ख़ास मुस्तैदी भी देखी जाती है।
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