कांगड़ा। हिमाचल प्रदेश पुलिस भर्ती पेपर लीक मामले में वक्त बीते के साथ ही साथ एक के बाद एक नए मोड़ आते जा रहे हैं और इसी के साथ ही साथ यह मामला भी तिल का ताड़ बनता जा रहा है। अब इस मामले की जांच में जुटी पुलिस द्वारा तीन और लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
ये तीनों कांगड़ा के रहने वाले बताए जा रहे हैं। गौरतलब है कि अबतक कुल सात लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। ताजा गिरफ्तारियां पहले से गिरफ्तार युवकों द्वारा दिए गए इनपुट के आधार पर की गई है।
ये रही गिरफ्तार युवकों की पहचान
- विशाल पुत्र पवन कुमार निवासी देव भराड़ी डाकखाना सुलयाली तहसील नूरपुर
- पवन कुमार पुत्र लाल चंद निवासी देव भराड़ी, डाकखाना सुलयाली, तहसील नूरपुर
- नितेश कुमार पुत्र राम सिंह वीपीओ स्थाना तहसील फतेपुर, जिला कांगड़ा
टॉपर्स से भी पूछताछ
उधर, शनिवार को ऊना में लिखित परीक्षा में अव्वल रहे 12 अभ्यर्थियों और उनके अभिभावकों से पुलिस ने पूछताछ की है।
हजारों युवकों बांटे गए पेपर, सबसे 8-8 लाख
वहीं, मीडिया रिपोर्ट्स में इस बात का दावा किया जा रहा है कि इस पेपर को लीक करने में सौ करोड़ रुपये का लेनदेन हुआ होगा। बताया जा रहा है कि औसतन एक व्यक्ति से आठ लाख रुपए लिए गए हैं।
माना जा रहा है कि पुलिस कांस्टेबल भर्ती की लिखित परीक्षा का पेपर परीक्षा से पहले ही प्रदेश भर में एक हजार से ज्यादा युवाओं में बंट गया था। हालांकि इससे आगे और यह पेपर कितने अभ्यर्थियों ने साझा किया है, इसका अंदाजा अभी नहीं लगाया जा सका। मामले के तार ऊना जिले से भी जुड़ रहे हैं।
गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश पुलिस कांस्टेबल के 1,334 पदों के लिए 27 मार्च को हुई लिखित परीक्षा से पहले ही प्रश्नपत्र लीक हो गया था। परीक्षा से एक दिन पहले ही कुछ युवाओं के पास प्रश्नपत्र पहुंच गया था।
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