हिमाचल उपचुनाव: वोटिंग खत्म एग्जिट पोल का रिजल्ट आउट, यहां देखें हिमाचल का हाल

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हिमाचल उपचुनाव: वोटिंग खत्म एग्जिट पोल का रिजल्ट आउट, यहां देखें हिमाचल का हाल


शिमला डेस्क:
हिमाचल प्रदेश में उपचुनाव की मतदान प्रक्रिया आज पूरी हो गई। सभी दलों, आम जनता और मीडिया को अब परिणाम का इंतजार है। सभी की नजरें दो नवंबर पर टिकी हैं। एग्जिट पोल भी आने शुरू हो गए हैं।

जुब्बल में रिकॉर्ड तोड़ मतदान:

अधिकांश एग्जिट पोल का मानना है कि एक विधानसभा सीट पर बीजेपी की जीत बताई जा रही है। वहीं, दो विधानसभा सीटों पर कांग्रेस की जीत के आसार हैं। मंडी लोकसभा सीट पर दोनों पार्टियों के बीच कड़ी टक्कर है।

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शुरुआत करते हैं हॉटसीट बने जुब्बल कोटखाई विधानसभा सीट से तो यहां सबसे अधिक 73% मतदान हुआ है। इतना अधिक मतदान दोनों प्रमुख पार्टी के लिए शुभ संकेत नहीं है। ग्राउंड रिपोर्ट्स की मानें तो निर्दलीय प्रत्याशी चेतन बरागटा के पक्ष में लोगों ने जमकर मतदान किया है।

अर्की में सहानुभूति के आसार:

कांग्रेस प्रत्याशी रोहित ठाकुर को भी फायदा होने की चर्चा चल रही है। भाजपा का वोट बैंक चेतन बरागटा और नीलम के बीच बंटने का तर्क दिया जा रहा है। लेकिन रिपोर्ट्स की मानें तो हवा चेतन बरागटा के पक्ष में हैं और भाजपा की उम्मीदवार तीसरे स्थान पर हो सकती हैं।

वहीं, अर्की सीट की बात करें तो यहां भी 62% मतदान हुआ है। भाजपा यहां आंतरिक गुटबाजी का खामियाजा भुगत सकती है। यह सीट पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह के निधन के कारण खाली हुआ था। जिस कारण सहानुभूति वोट कांग्रेस प्रत्याशी संजय अवस्थी को मिले हैं।

क्या राजन करेंगे कमाल ?:

दूसरी तरफ फतेहपुर सीट कांग्रेस का गढ़ रही है और यहां भी भाजपा भीतरघात से जूझ रही है। पार्टी का स्थानीय कैडर चुनाव प्रचार में सक्रिय नहीं दिखा। हालांकि, यहां डॉ राजन सुशांत भी ठीक-ठाक वोट के साथ रहेंगे। लेकिन माहौल कांग्रेस प्रत्याशी भवानी सिंह पठानिया के पक्ष में ही जाने के रिपोर्ट्स हैं।

मंडी में CM जयराम की प्रतिष्ठा दांव पर:

मंडी संसदीय सीट पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की साक्ष्य दांव पर लगी है। हालांकि यहां 48।85% मतदान रिकॉर्ड किया गया। युवा वोटर वोट देने ही नहीं आए। मतदान भी सबसे कम यहीं हुआ। मंडी के लोग महंगाई को लेकर भी नाराज हैं।

वहीं, प्रतिभा सिंह के नाम पर सहानुभूति वोट भी काफी गिरे हैं। उन्हें मनाली, लाहौल स्पीति, किन्नौर, रामपुर, करसोग से तो जरूर लीड मिल सकती है। हालांकि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का गृह जिला होने के कारण मंडी में झटका लग सकता है।

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संसदीय क्षेत्र के 17 विधानसभा क्षेत्रों में से 8 ऐसे हैं जो भाजपा का गढ़ हैं। यहां से भाजपा के प्रत्याशी ब्रिगेडियर खुशहाल ठाकुर को बड़ी लीड मिल सकती है। सिराज मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का विधआनसभा क्षेत्र है। मुख्यमंत्री को गृह जिसे से सपोर्ट मिल सकता है। हालांकि कांटे की टक्कर के इस मुकाबले में दोनों दल अपनी-अपनी जीत का दावा कर रहे हैं।

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